August 4, 2010

kabhi kabhi ...

कभी कभी पंख लगा कर उड़ जाने को जी चाहता है
 कभी कभी एक कोने में सिमटने को जी चाहता है
कभी कभी इन पंछियों की तरह चहचहाने को जी चाहता है
 कभी कभी एक तस्वीर की तरह शांत रहने को जी चाहता है
कभी कभी सूरज की किरणों की तरह इस जहा से मिल आने को जी चाहता है
 कभी कभी इन तारों की तरह आशाओ से  झिलमिलाने को जी चाहता है 
कभी कभी हवा की तरह तेज  दौड़ने  को जी चाहता है
 कभी कभी नदी की तरह चुपचाप बहने को जी चाहता है 
कभी कभी बारिश की बड़ी बड़ी बूंदों सा बरसने को जी चाहता है 
 कभी कभी एक बूढ़े पेड की तरह बस खड़े रहने को जी चाहता है 
कभी कभी अंजानो से भी मुस्कुराने को जी चाहता है 
कभी कभी काले बादलो में छिप जाने को जी चाहता है 
कभी कभी पुरानी यादो में खो जाने को जी चाहता है 
 कभी  कभी उन यादो को मिटाने का जी चाहता है 
अक्सर अपने आप से बात करने की कोशिश करती हूँ 
तन्हाइयो को हे अपना सबसे अच्छा दोस्त बनाने की कोशिश करती  हूँ 
कभी कभी इन तन्हाइयों के साथ सैर पर निकल जाती हूँ 
और बीतीं बातो को फिर से दोहरा लेती  हूँ 
जिन्दगी के सफ़र में हँस खेलकर जीना चाहती हूँ 
हर एक पल को सवार कर अपना बना लेना चाहती हूँ 









9 comments:

  1. please change ur profession, u'll gain more fame as a poet rather then an engineer or a manager

    gr8 work yaar

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  2. Marshaallah..... :)

    Yeh lafz tumhare ek jadoo sa karte hai.
    Alfazon ke bol se jyada kaha karte hai.
    bechain mann ko yeh sukoon diya karte hai
    Kalpaaon ke saagar ki ser kiya karte hai

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  3. @Akansha
    Thank u di :)
    @Prateek
    Thanxx a lot :)

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  4. Aap acha likh leti hai..
    bahut sundar aur manmohak kabita hai yah..
    and yes..inspiring one too!!..
    keep going!!

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  5. दिल तो बच्चा है जी!!!
    और हां.....
    मेरे खुदा तुझको पता,
    इतनी सी मेरी रज़ा.....
    मैं ज्यादा नहीं मांगता!!!
    बधाई स्वीकार करें!
    बहुत अच्छा लिखा है आपने!
    हर दूसरी लाइन में कोंट्राडिक्शन है.....
    आपको स्याह भी चाहिए.... सफ़ेद भी!
    खूबसूरत....... कभी कभी नहीं हमेशा!
    --
    www.myexperimentswithloveandlife.blogspot.com

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  6. i was lost in another world while reading ur blog.........great..great and simply great.
    you can be a professional writer. amazing grishma.i m fan of ur writing skills. keep it up..carry on with the same sprit of writing

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  7. @all
    Thank you for your appreciations :)

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